अलीगढ़:प्रदूषण एवं नियंत्रण विभाग के क्षेत्रीय अधिकारी डॉ जेपी सिंह ने बताया कि प्रदूषण बोर्ड ने आईक्यू मानक तय कर रखे हैं।
देवेंद्र सिंह राजपूत

प्रदूषण एवं नियंत्रण विभाग के क्षेत्रीय अधिकारी डॉ जेपी सिंह ने बताया कि प्रदूषण बोर्ड ने आईक्यू मानक तय कर रखे हैं।
अगर यह स्तर 0.50है तू यह ग्रीन श्रेणी यानी की अच्छी गुणवत्ता है। अगर यह 51 से 100 की श्रेणी में आता है तो यह तोता कलर की श्रेणी में माना जाएगा। बीमार व्यक्तियों को सांस लेने में परेशानी होगी। 101 से 200 तक चेतावनी का प्रतीक येलो कलर की श्रेणी में है। सांस की बीमारी से पीड़ित मरीज को परेशानी होगी। 201 से 300 तक यह बेहद खराब स्थिति होगी। यह ऑरेंज श्रेणी में आएगा। आम नागरिकों के स्वास्थ्य को प्रभावित करेगा। 301 से 400 का आईक्यू पीहाट घातक माना जाता है। यह रेड श्रेणी में आता है। 401 से 500 डार्क रेड की श्रेणी में आता है। यह आंखों को प्रभावित करता है।